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भारतीय संविधान के अनुसार नीति निर्देशक तत्व में भी यह दर्ज किया गया है कि 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए अनिवार्य एवं निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जाए भारत के इतिहास में देखे तो पुराने समय में शिक्षा प्राप्त करने के लिए गुरुकुल हुआ करते थे जो एक कुटी में रह कर अपने शिष्यों को शिक्षा प्रदान किया करते थे। इस पोस्ट मे हम आपको बताइनगे क्या है नई शिक्षा नीति?, new education policy pdf, upsc, 2020 pdf, news, committee, for b ed, latest news, demerits of new education policy 2019, highlights of new education policy, when new education policy will be implemented, आदि|
New education policy in hindi
What is meant by educational policy?
भारत जब आजाद हुआ तो 1948 में भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉक्टर राधाकृष्णन की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग का गठन किया गया।
इसी समय से राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रारूप भी तैयार करना शुरू हो गया था भारतीय शिक्षा में 1985 में शिक्षा की चुनौती नाम का एक दस्तावेज तैयार किया गया। जिसमें बौद्धिक, सामाजिक, राजनीतिक, प्रशासनिक, कला आदि शिक्षा से संबंधित टिप्पणियों को दर्ज किया गया और 1986 में नई शिक्षा नीति का प्रारूप भी तैयार किया गया।
आज हम इस लेख में हाल ही में हुए नई शिक्षा नीति 2020 में परिवर्तन तथा नई शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तारपूर्वक बताएंगे की यह नीति किस तरह से विद्यार्थियों एवं देश के लिए कितनी सफल कारगर साबित होंगी।
नई शिक्षा नीति कब लागू होगी?
नई शिक्षा नीति 2020 की मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नई शिक्षा नीति को मंजूरी दे दिया है यह बात मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने शाम 4:00 बजे मीडिया के सामने यह जानकारी दिए हैं।
उन्होंने कहा है पुरानी शिक्षा नीति में कुछ बदलाव करके उसमें सुधार किया गया है। जिससे विद्यार्थियों एवं शिक्षण संस्थाओं को लाभ पहुंचेगा।
इसमें आंगनवाड़ी और प्रीस्कूल इन के साथ-साथ विश्वविद्यालय को भी ध्यान में रखकर यह तैयार की गई है 12वीं की स्कूली शिक्षा तथा कॉलेज की शिक्षा को लेकर एक नया फॉर्मेट तैयार किया गया है जो इस प्रकार है 5+3+3+4 यह फॉर्मेट नई शिक्षा नीति 2020 के स्कूली बच्चों को उच्च शिक्षा की ओर ले जाएगा।
new education policy highlights
highlights of new education policy 2020
मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा 29 जुलाई 2020 को नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट पेश किया गया। यह नीति कब तक होगी इसकी कोई निर्धारित तारीख नहीं है।
पूर्व सचिव टी एस सुब्रमण्यम की पैनल तथा HRD मंत्रालय द्वारा गठित पैनल को ध्यान में रखते हुए इसकी अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कर रही थी। तब इस नीति को लेकर बहुत ज्यादा समस्या आ रही थी।
जिसमें विदेशी विश्वविद्यालय को भारत में कैंपस स्थापित करने की अनुमति देना है तथा बौद्धिक शिक्षा प्राप्त करना आदि बड़े कदम इसमें शामिल होने थे जब इस शिक्षा नीति को पैनल के सामने लाया गया तो इसमें सुधार किया गया और 29 जुलाई को मंत्रिमंडल के सामने पेश किया गया।
नई शिक्षा नीति 2020 के लिए कैबिनेट का अपडेट
- शिक्षा नीति में परामर्श प्रक्रिया 26 जनवरी 2019 से 31 अक्टूबर 2019 तक आयोजित की गई।
- इसे तैयार करने के लिए विश्व की सबसे बड़ी परामर्श प्रक्रिया चलाई गई जिसमें सभी नियम तथा पुरानी शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए फेरबदल किया गया।
- केंद्रीय मंत्री मंडल द्वारा इस शिक्षा नीति को मंजूरी दे दी गई।
नई शिक्षा नीति के तहत उच्च शिक्षा में बदलाव
- उच्च शिक्षा के लिए एक ही रेगुलेटर रहेगा।
- लीगल एवं मेडिकल एजुकेशन इसमें शामिल नहीं है।
- सरकारी और प्राइवेट शिक्षा के मानक एक ही होंगे।
- शिक्षा में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।
- दिव्यांग जनों को इसमें महत्त्व दिया जाएगा तथा उनके लिए शिक्षा में बदलाव भी किया जाएगा।
- नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की जाएगी।
- 8 क्षेत्रीय भाषाओं में ई कोर्स भी चालू किए जाएंगे।
- उच्च शिक्षा में मल्टीपल एंट्री और एग्जिट का विकल्प भी दिया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के तहत स्कूली शिक्षा में बदलाव – नई शिक्षा नीति में शिक्षकों का वेतन
- 9 वीं से 12 वीं तक की पढ़ाई की रूपरेखा 5+3+3+4 आधार पर के आधार पर करवाई जाएंगी।
- एनसीईआरटी द्वारा नेशनल मिशन भी शुरू किया जाएगा।
- बच्चों के लिए उनके कौशल को बढ़ावा देने के लिए कोडिंग कोर्स भी शुरू किया जाएगा।
- 3 से 6 साल के बच्चों के लिए अर्ली चाइल्डहुड केयर एवं एजुकेशन की स्थापना की जाएगी।
- शिक्षा नीति के तहत वोकेशनल पर भी जोर दिया जाएगा जो कक्षा 6 से शुरू हो जाएगी।
- सन 2030 तक हर बच्चे के लिए शिक्षा सुनिश्चित कर दी जाएगी।
नई शिक्षा नीति के लाभ
- शिक्षा नीति को सामान्य, समावेशी एवं जीवंत बनाया गया है।
- शिक्षा नीति के तहत गुणवत्ता, जवाबदेही और समानता पर भी जोर दिया गया है।
- इसके माध्यम से विद्यार्थियों के कौशल विकास पर भी अधिक प्रभाव पड़ेगा।
- अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में सफलता के लिए काफी हद तक नियम बनाए गए हैं।
- इसमें सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए नीति को लचीला बनाया गया है।
आशा करता हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी से आप संतुष्ट होंगे। इस लेख का उद्देश्य केवल नई शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करना है ताकि इस शिक्षा नीति के बारे में भारत के सभी नागरिकों को सटीक जानकारी प्राप्त हो सके।